🌩️ खरसिया में कोयले की धूल ने बढ़ाई मुश्किलें, रेलवे ब्रिज के नीचे जलभराव – एसडीएम ने दिया वेदांता प्रबंधन को अल्टीमेटम
खरसिया। बरसात के दिनों में खरसिया क्षेत्र के लोगों को कोयले की डस्ट और जलभराव की समस्या से जूझना पड़ रहा है। खासकर ग्राम कुनकुनी स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग-49 पर डीबी पावर प्लांट के रेलवे ब्रिज के नीचे हर बार पानी रुक जाने से यातायात बाधित हो जाता है। शनिवार 23 अगस्त 2025 को जब हालात गंभीर हो गए, तो खरसिया एसडीएम प्रवीण तिवारी खुद मौके पर पहुंचे और जिम्मेदार कंपनियों को कड़ी फटकार लगाई।
क्यों बिगड़ी स्थिति ?
जांच में पता चला कि—पानी निकासी के लिए लगाए गए पाइप में कोयले की धूल और गाद भर जाने से निकासी पूरी तरह रुक गई थी।नतीजतन बरसात का पानी सड़क पर ही ठहर गया और वाहनों की आवाजाही बाधित हो गई।कई बार तो हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि छोटे वाहन तक फंस जाते हैं।
कंपनियों पर कार्रवाई की चेतावनी
एसडीएम प्रवीण तिवारी ने मौके पर मौजूद डीबी पावर प्लांट के अधिकारी एमबीएस शर्मा और वेदांता रेलवे सायडिंग के प्रभारी कुलदीप सिंह को बुलाकर स्थिति दिखाई।उन्होंने साफ शब्दों में कहा—👉 “अगर एक-दो दिन के भीतर पाइप की सफाई और स्थायी समाधान नहीं किया गया, तो प्रशासन सख्त कार्यवाही करेगा।”
पहले भी हो चुकी है सफाई
डीबी पावर प्लांट ने बताया कि हाल ही में मशीन लगाकर पाइप की सफाई कराई गई थी। लेकिन वेदांता रेलवे सायडिंग से लगातार उड़कर आने वाली कोयले की धूल पानी में बहकर पाइप में चली जाती है और दोबारा जाम कर देती है।
मौके पर रहे जिम्मेदार अफसर
निरीक्षण के दौरान एनएच के इंजीनियर रितेश कश्यप, डीबी पावर प्लांट के अधिकारी और कई जिम्मेदार मौजूद रहे।
स्थानीय निवासियों की उम्मीद
लोगों का कहना है कि समस्या वर्षों से बनी हुई है। हर बरसात में सड़क डूब जाती है और आवाजाही बाधित होती है। एसडीएम की सख्ती से अब उम्मीद जगी है कि जल्द ही स्थायी समाधान मिलेगा और लोगों को राहत मिलेगी।


































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