ग्राम तेलीकोट की धरती से कच्ची शराब बंदी अभियान का जोरदार आगाज़

🌿 ग्राम तेलीकोट की धरती से कच्ची शराब बंदी अभियान का जोरदार आगाज़

WhatsApp Image 2025-10-16 at 16.10.17
WhatsApp Image 2025-10-16 at 16.00.50
WhatsApp Image 2025-10-18 at 08.18.54
WhatsApp Image 2025-10-18 at 09.42.20
WhatsApp Image 2025-10-18 at 08.59.56
WhatsApp Image 2025-10-18 at 08.39.10
WhatsApp Image 2025-10-18 at 08.35.42
WhatsApp Image 2025-10-18 at 08.34.06
WhatsApp Image 2025-10-18 at 08.21.05
previous arrow
next arrow
WhatsApp Image 2025-10-18 at 20.26.18
WhatsApp Image 2025-10-18 at 08.10.27
WhatsApp Image 2025-10-18 at 07.48.43
WhatsApp Image 2025-10-18 at 07.44.21
WhatsApp Image 2025-10-18 at 07.40.31
WhatsApp Image 2025-10-18 at 07.34.33
WhatsApp Image 2025-10-17 at 13.59.20
WhatsApp Image 2025-10-17 at 13.50.32 (1)
WhatsApp Image 2025-10-18 at 20.20.36
WhatsApp Image 2025-10-20 at 17.02.43
previous arrow
next arrow

महिलाओं और युवाओं की जागरूकता से गांव में जगी नई उम्मीद

नशामुक्त, स्वस्थ, शिक्षित और सुंदर गांव — हर नागरिक का सपना

खरसिया।शहर से लगे ऐतिहासिक गढ़गांव तेलीकोट में आज एक नई शुरुआत हुई, जब पूरे गांव ने नशे की जंजीरों को तोड़ने का संकल्प लिया।ग्राम पंचायत तेलीकोट में महिला समिति द्वारा यादव मोहल्ला में शांति बैठक का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य विषय कच्ची शराब बंदी रहा। बैठक पंचायत प्रतिनिधियों की उपस्थिति में संपन्न हुई।

इसके पश्चात महिलाओं ने पूरे गांव के विभिन्न मोहल्लों में रैली निकालकर नशा के खिलाफ नारेबाजी की।इस जन-जागरण सभा में युवाओं, महिलाओं, बुद्धिजीवियों और बुजुर्गों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही। सभी ने एक स्वर में यह संकल्प लिया कि ग्राम तेलीकोट में अब कच्ची शराब बंदी का अभियान लगातार जारी रहेगा।

सभा में युवाओं ने कहा कि, “नशा व्यक्ति का नहीं, पूरे समाज का विनाश करता है। इससे परिवार की खुशियाँ, बच्चों की शिक्षा और गांव की शांति नष्ट होती है। हमें इस सामाजिक बुराई को जड़ से उखाड़ना ही होगा।”

महिलाओं ने भी इस मुहिम में अग्रणी भूमिका निभाई। उन्होंने संकल्प लिया कि वे घर-घर जाकर नशा छोड़ने की अपील करेंगी।एक स्वर में महिलाओं ने कहा—“हमने बहुत सहा है, अब नहीं। जब तक गांव का हर घर नशामुक्त नहीं होगा, हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हमारी बेटियों और बच्चों का भविष्य अब शराब की बोतल में नहीं डूबेगा।”

गांव के युवा प्रतिनिधियों ने कहा कि असली ताकत हाथों में शराब की बोतल में नहीं, बल्कि शिक्षा और एकता में है। युवाओं ने आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए शराब बनाने, बेचने और पीने पर रोक लगाने का आह्वान किया।बैठक में ग्राम पंचायत की भूमिका सराहनीय रही।सरपंच आरती मोनू ने सभी ग्रामवासियों की इच्छा और सहयोग से शराबबंदी के संकल्प को दोहराया।

सरपंच प्रतिनिधि ने कहा कि, “पंचायत का उद्देश्य विकास कार्यों के साथ सामाजिक परिवर्तन लाना भी है। हर बैठक में अब कच्ची शराब बंदी पर विशेष चर्चा होगी और अभियान निरंतर जारी रहेगा।”सभा में यह भी माना गया कि शिक्षा ही वह प्रकाश है जो अंधकार को मिटा सकता है।नशे का अंधेरा तभी समाप्त होगा जब हर बच्चा शिक्षित और हर युवा सचेत होगा।गांव की महिलाओं की टोली ने अंत में पूरे गांव का भ्रमण कर लोगों से नशा त्यागने की अपील की।

सबने यह ठाना कि एकता, जागरूकता और सहयोग से ही इस बुराई को खत्म किया जा सकता है।

बैठक में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:सरपंच आरती मोनू, उप सरपंच आगास गणपत दास महंत, बीडीसी धनंजय बायल, डीडीसी बलदेव कुर्रे, अरविंद बंजारे, युवराज बंजारे, अरूण कुर्रे, दिलीप महीष सहित समस्त पंचगण एवं ग्रामवासी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!