खरसिया विजयादशमी महोत्सव : अनुशासन, आस्था और आकर्षण का अद्भुत संगम ✨

खरसिया विजयादशमी महोत्सव : अनुशासन, आस्था और आकर्षण का अद्भुत संगम ✨

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खरसिया नगर के टाउनहॉल मैदान में इस वर्ष का विजयादशमी महोत्सव हर मायने में ऐतिहासिक और यादगार रहा। हजारों की भीड़ के बीच मनाया गया यह पर्व न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक रंगों से सराबोर रहा, बल्कि व्यवस्था, अनुशासन और आकर्षण का भी अनूठा उदाहरण बन गया।

🌺 समिति और अध्यक्ष की विशेष सराहना

इस भव्य आयोजन की कमान विजयादशमी महोत्सव समिति के अध्यक्ष रूपेश सर्राफ ने संभाली। उनके नेतृत्व में समिति ने ऐसा प्रबंधन किया कि 5000 से अधिक लोगों की भीड़ के बावजूद कार्यक्रम अनुशासित, सुरक्षित और अत्यंत आकर्षक बना रहा।
समिति की मेहनत और अध्यक्ष सर्राफ के कुशल मार्गदर्शन के चलते आयोजन की हर कड़ी बखूबी जुड़ती गई और लोगों ने खुले दिल से उनकी प्रशंसा की।

🌟 गरिमामयी अतिथि

कार्यक्रम की शोभा और बढ़ गई जब सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह विशेष अतिथि के रूप में मंच पर पहुँचे। नगर पालिका अध्यक्ष कमल गर्ग ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।
उनके साथ खरसिया SDM प्रवीण तिवारी ,तहसीलदार मोनल साय,काजल अग्रवाल,उपाध्यक्ष बंटी सोनी, गिरधर गुप्ता, गोपाल शर्मा, महेश साहू और नगर के अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
सबसे पहले सभी अतिथियों का भव्य स्वागत व अभिनंदन हुआ, जिससे पूरे मैदान में उत्साह का माहौल बन गया।

🔥 रावण दहन और धार्मिक आस्था

जैसे-जैसे शाम ढलती गई, लोग बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे थे उस क्षण की जब बुराई का प्रतीक रावण दहन होगा।
करीब 5000 से अधिक लोग मैदान में मौजूद रहे और जब रावण के पुतले में अग्नि प्रज्वलित हुई तो पूरा वातावरण जयकारों से गूंज उठा।
जनसमूह के बावजूद पुलिस प्रशासन की सतर्कता और व्यवस्था की वजह से हर चीज नियंत्रित और सुरक्षित रही।

🕺 सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और महाकाल डांस

महोत्सव की सबसे खास झलक रही मेरठ से आए कलाकारों द्वारा प्रस्तुत महाकाल डांस। Lord Mahakal की झांकी और नृत्य ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
इसके बाद रावण दहन के उपरांत आयोजित छत्तीसगढ़ी नाइट में लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। तालियों और जयकारों से टाउनहॉल मैदान देर रात तक गूंजता रहा।

🍲 खान-पान और समाजसेवा

महोत्सव स्थल पर खान-पान के कई स्टॉल लगे थे, जिनमें चाट, समोसे, मिठाइयाँ और पेय पदार्थ शामिल रहे।
समाजसेवी संस्थाओं ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई। रोटरी क्लब और लायंस क्लब के स्टाल लगे हुए थे जिसमें विशेष रूप से लायंस क्लब के सदस्यों ने अधिकारी गण, नागरिक जन सभी को चाय, नाश्ता, कोल्ड्रिंक और ड्राईफ्रूट्स का वितरण किया।
लोगों ने इन संस्थाओं के प्रयासों की दिल से सराहना की।

🎟 आकर्षक लॉटरी और मेला

कार्यक्रम का एक और आकर्षण रहा अग्रवाल दुर्गा समिति द्वारा लगाया गया लॉटरी स्टॉल। मात्र ₹300 में टिकट उपलब्ध था, जिसमें कार, स्कूटी, टीवी, मोबाइल और अन्य आकर्षक इनाम रखे गए।
इसके अलावा परिवारों और बच्चों के लिए डिज़्नीलैंड मेला लगा, जहाँ झूले, खिलौने और मनोरंजन की रंगारंग गतिविधियाँ बच्चों के आकर्षण का केंद्र बनीं।

👮 पुलिस का सराहनीय प्रबंधन

इस महोत्सव की सफलता का श्रेय खरसिया एसडीओपी प्रभात पटेल के कुशल मार्गदर्शन को भी जाता है एवं उनकी टीम का सार्थक योगदान पुलिस , प्रशासन को भी जाता है। ट्रैफिक व्यवस्था, सुरक्षा प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण के क्षेत्र में पुलिस की भूमिका प्रशंसनीय रही।
मैदान में पुलिस सहायता केंद्र भी स्थापित किया गया, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित मदद मिल सके।

आयोजन की विशेषता

पूरे महोत्सव में अनुशासन, आस्था और मनोरंजन का अद्भुत संगम दिखाई दिया।
लोगों ने कहा कि समिति के अध्यक्ष रूपेश सर्राफ और उनकी टीम ने इस बार का विजयादशमी महोत्सव इतना व्यवस्थित और भव्य बनाया कि खरसिया नगर इसे लंबे समय तक याद रखेगा।


👉 सचमुच, इस बार का खरसिया विजयादशमी महोत्सव न सिर्फ धार्मिक आस्था का पर्व रहा बल्कि यह सामाजिक समरसता, अनुशासन और सांस्कृतिक धरोहर का भी जीवंत उदाहरण बनकर सामने आया।

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