✨ खरसिया के पावन धाम धामा मंदिर में भव्य अष्टमी पूजन, कन्या भोज व हवन यज्ञ से गूंजा भक्ति भाव
✨खरसिया। नवरात्रि की पावन अष्टमी तिथि पर खरसिया के पावन धाम मंदिर में श्रद्धा और आस्था का अनुपम संगम देखने को मिला। माँ धामा देवी की महिमा का गुणगान करते हुए भक्तों ने दिनभर भक्ति में लीन रहकर माँ को प्रसन्न करने हेतु विशेष अनुष्ठान किए।
संध्या समय जब मंदिर की घंटियों की गूंज और शंखनाद के साथ आरती, भजन एवं चालीसा पाठ आरंभ हुआ तो वातावरण पूरी तरह दिव्यता से भर गया। माँ के दरबार में उपस्थित हर भक्त की आंखें भक्ति और श्रद्धा से नम हो गईं। भजन के बोल और आरती की गूंज से मानो सम्पूर्ण वातावरण पवित्र हो उठा।
🌸 कन्या पूजन एवं कन्या भोज के साथ विशाल भण्डारे का आयोजन
अष्टमी के अवसर पर मंदिर प्रांगण में कन्या भोज का आयोजन किया गया। छोटी-छोटी नन्ही बालिकाओं को माँ दुर्गा का स्वरूप मानकर उनका विधिवत पूजन किया गया। पांव धोकर उन्हें आसन पर बैठाया गया और खीर, पूरी, सब्जी सहित विविध व्यंजन परोसे गए। जब मासूम बालिकाओं ने प्रसाद ग्रहण किया तो हर श्रद्धालु ने उनके चरण स्पर्श कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इसके पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें सभी भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया ।भक्तों का मानना है कि इन नन्हीं बालिकाओं में साक्षात माँ दुर्गा का वास होता है और इनकी सेवा ही वास्तविक भक्ति है।
🔥 हवन यज्ञ से गुंजित हुआ मंदिर
रात्रि में पावन हवन यज्ञ का आयोजन हुआ, जो भोर 5 बजे तक संपन्न हुआ। इस हवन में नगर के श्रद्धालुओं के साथ-साथ पुलिस कॉलोनी की महिलाएँ भी सम्मिलित हुईं।
विशेष रूप से –राकेश मिश्रा सपत्नीक अभिनव कान्त सपत्नीक युवराज तिवारी सपत्नीक ने पूर्ण आस्था के साथ हवन की आहुति दी।
यज्ञ स्थल पर जब अग्नि में मंत्रोच्चारण के साथ आहुतियाँ डाली जा रही थीं, तो ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो सम्पूर्ण वातावरण माँ दुर्गा की ऊर्जा से आलोकित हो गया हो।
🙏 महाआरती एवं भव्य ब्राह्मण भोज
हवन के उपरांत माँ की महाआरती संपन्न हुई। चारों ओर “जय माता दी” के उद्घोष से वातावरण गूंज उठा। आरती में सम्मिलित श्रद्धालुओं की आँखों से अश्रुधारा बह निकली। आरती के उपरांत भव्य ब्राह्मण भोज एवं प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर अपने जीवन को धन्य किया।
🪔 206 ज्योति कलश दीपों की ज्योति से जगमगाया मंदिर
पूरे नवरात्रि के आयोजन में 206 दीप प्रज्वलित किए गए। दीपों की मद्धम ज्योति और माँ के दरबार की दिव्यता ने एक अद्भुत आध्यात्मिक दृश्य प्रस्तुत किया। हर दीप मानो भक्तों की आस्था और भक्ति का प्रतीक बन चमक रहा था।
🌼 नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि केवल एक पर्व नहीं, बल्कि आध्यात्मिक शक्ति का जागरण है। अष्टमी तिथि को माँ महागौरी की पूजा का विशेष महत्व होता है। माँ का स्मरण करने से जीवन की हर बाधा दूर होती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। कन्या पूजन और हवन यज्ञ जैसे अनुष्ठान आत्मा को शुद्ध करते हैं और परिवार को सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण करते हैं।
🌺 आगामी नवमी पूजन
मंदिर समिति द्वारा जानकारी दी गई कि नवमी तिथि को भी विशेष आयोजन होगा, जिसे नवमी भोज कहा जाता है। इसमें कन्या भोज का आयोजन होगा जिसमें हर भक्त माँ का प्रसाद ग्रहण कर सकेगा।
सचमुच खरसिया का यह धार्मिक आयोजन भक्तों के लिए जीवनभर की स्मृति बन गया। माँ दुर्गा की आराधना में डूबे भक्तों ने अनुभव किया कि जब श्रद्धा और आस्था एकत्रित होती है तो सम्पूर्ण वातावरण ही माँ दुर्गा का धाम बन जाता है।
“या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः”











































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